चांदी के भाव नहीं मिलता सोना
इतने सस्ते में दिल नहीं खोना .
ख्वाब टुटा है कोई दिल तो नहीं
नींद खुल जाए तो नहीं रोना . खिजां में खिलने लगे हैं गुल
अब बहारों की बात जाने दो .
तेरे आने का कोई ठीक नहीं
जो आरहा है उसेतो आने दो .
जानेक्या ढूँढता रहताहूँ मैं
जाने क्या खो गया मेरा .
शामको ढूँढने जो निकला मैं
हाथ से जाता रहा सवेरा .
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