जुड़ना बड़ा मुश्किल है
यूँ ना तोडना मुझे .
टूटा जो एक बार
फिर जुड़ता नहीं हूँ मैं .
घर में रखो -
दिल में रखो
जो चाहे तुम करो .
दिल में जो बस गया तो
निकलता नहीं हूँ मैं .
माना किरायेदार हूँ
कोई घर बसर नहीं .
सुबह कहाँ पता नहीं
और शाम की -
कोई खबर नहीं .
यूँ ना तोडना मुझे .
टूटा जो एक बार
फिर जुड़ता नहीं हूँ मैं .
घर में रखो -
दिल में रखो
जो चाहे तुम करो .
दिल में जो बस गया तो
निकलता नहीं हूँ मैं .
माना किरायेदार हूँ
कोई घर बसर नहीं .
सुबह कहाँ पता नहीं
और शाम की -
कोई खबर नहीं .
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