दिल ने यार कह दिया
अब तुझसे क्या कहूं .
सच मान मेरे दोस्त
मैंने कुछ नहीं कहा .
बस तेरे वास्ते यहाँ तक आ गया हूँ मैं
वर्ना ये रास्ता मेरे घर तक नहीं जाता .
यूँ जख्म दिल के भर गए
ना बाकी दर्द का अहसास
कुछ याद नहीं -क्या बचा
और क्या क्या गया मेरा .
मन ठहर गया था -
लब चुप थे क्या कहूं
तूने कहा होता तो
कब का रुक गया होता .
नजर से गिराया तो -
आँसू बन धूल में मिले जाऊँगा
मैं टूटा ख्वाब तो नहीं
जो तेरी आँखों में -
फिर से चला आऊंगा .
कोई वादा नहीं
इकरार नहीं .
साफ़ कह दो ना -
हमसे प्यार नहीं .
ना सही सच -
इक बहाना ही है .
सभी को - इक दिन तो
यार जाना ही है .
कुछ पल को ही सही -
जरुर आऊंगा मैं .
अपने वादे के लिए
तेरी तसल्ली के लिए .
अब तुझसे क्या कहूं .
सच मान मेरे दोस्त
मैंने कुछ नहीं कहा .
बस तेरे वास्ते यहाँ तक आ गया हूँ मैं
वर्ना ये रास्ता मेरे घर तक नहीं जाता .
यूँ जख्म दिल के भर गए
ना बाकी दर्द का अहसास
कुछ याद नहीं -क्या बचा
और क्या क्या गया मेरा .
मन ठहर गया था -
लब चुप थे क्या कहूं
तूने कहा होता तो
कब का रुक गया होता .
नजर से गिराया तो -
आँसू बन धूल में मिले जाऊँगा
मैं टूटा ख्वाब तो नहीं
जो तेरी आँखों में -
फिर से चला आऊंगा .
कोई वादा नहीं
इकरार नहीं .
साफ़ कह दो ना -
हमसे प्यार नहीं .
ना सही सच -
इक बहाना ही है .
सभी को - इक दिन तो
यार जाना ही है .
कुछ पल को ही सही -
जरुर आऊंगा मैं .
अपने वादे के लिए
तेरी तसल्ली के लिए .
ये सच है -
मैं नहीं चलता
ये मेरा मन नहीं - रुकता
कहीं इक पल .
आज का सफ़र अभी
ठीक से ख़त्म भी नहीं
दिल कहता है - चल
कहीं फिर चल .
मैं नहीं चलता
ये मेरा मन नहीं - रुकता
कहीं इक पल .
आज का सफ़र अभी
ठीक से ख़त्म भी नहीं
दिल कहता है - चल
कहीं फिर चल .
घाट पक्के कर दिए सब यार
डूबने पर अब कोई पाबंदी नहीं है .
डूबने पर अब कोई पाबंदी नहीं है .
भूल जाने का तुम्हें - वादा है आज भी
खिडकियों से फिर भी मैं झाँक लेता हूँ .
खोल कर चेहरे की किताब यार -
समन्दर हूँ सैलाब को मैं भांप लेता हूँ .
खिडकियों से फिर भी मैं झाँक लेता हूँ .
खोल कर चेहरे की किताब यार -
समन्दर हूँ सैलाब को मैं भांप लेता हूँ .
खारे समन्दर में तो डूबने से अच्छा है
ये तेरी झील सी आँखों में डूब जाऊं मैं .
ये तेरी झील सी आँखों में डूब जाऊं मैं .
दूर जाने की क्या जरुरत है
हमने सब आसपास देखा है
यहाँ हर शक्श परेशान सा है
हमने हर मंजर उदास देखा है .
हमने सब आसपास देखा है
यहाँ हर शक्श परेशान सा है
हमने हर मंजर उदास देखा है .
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