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चोट लगती है फूल से भी यार
चोट लगती है फूल से भी यार फूल पत्थर की तरह फैंको मत सुर नहीं साज नहीं आवाज़ नहीं अब यूँ गधों की तरह रेंकों मत . जिनावर ...
तेरे इनकार में दम है .
किसीकी जात में दम है - किसीकी पांत में दम है. किसीकी दौलते चलती किसीके हाथ में दम है . ना तेरे प्यार में दम है ना मेरे प्यार में...
(no title)
आँधियों के दौर हर मंज़र उदास है - बचने की भला अब किसको आस है अंजाम से डरे हुए कुछ लोग तो मिले अंजाम बदल दें मुझे उसकी तलाश है .
Tuesday, May 28, 2013
जिन्दगी जिन्दा सवाल है
देखना क्या - मौत का यारो
जो छिपी है लाख पर्दों में .
हर तरफ बिखरी पड़ी है जो
जिन्दगी वो बेमिसाल है .
मौत की बाते करें हम क्यों
मौत आखिर क्या बबाल है
जिन्दगी से रूबरू हूँ मैं -
जिन्दगी जिन्दा सवाल है .
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