हमारे दिल में रहिये ठाठ से
मिले ना घर कोई तुमको
जो तुमको रास आ जाए
किराया दे दिया करना .
ना जाने कब से खाली है
मेरे दिल का मकाँ यारो
किराये पर जो दे दूंगा
करेगा ना कोई खाली .
अजब दस्तूर है दिल का
मैं तुम से कह नहीं सकता
तेरे बिन दिल नहीं लगता
तेरे बिन रह नहीं सकता .
तू कितनी दूर है लेकिन
जुदाई सह नहीं सकता
तू दिल में रह नहीं सकती
मैं तेरे बिन रहनहीं सकता .
मिले ना घर कोई तुमको
जो तुमको रास आ जाए
किराया दे दिया करना .
ना जाने कब से खाली है
मेरे दिल का मकाँ यारो
किराये पर जो दे दूंगा
करेगा ना कोई खाली .
अजब दस्तूर है दिल का
मैं तुम से कह नहीं सकता
तेरे बिन दिल नहीं लगता
तेरे बिन रह नहीं सकता .
तू कितनी दूर है लेकिन
जुदाई सह नहीं सकता
तू दिल में रह नहीं सकती
मैं तेरे बिन रहनहीं सकता .
सुंदर अभिव्यक्ति !!
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