'महाभारत' भारत में फिर से
इतना आसान नहीं होगा .
पांडव जीतेंगे कैसे - जो
मुरलीधर श्याम नहीं होगा .
यादव है वीर बहूत सारे
लेकिन सब सत्ता के मारे
पक्षों में बैठे सभी यार -
पांडव एकल हैं बेचारे .
संधि नहीं सीधे रण होगा
ये भारत तभी उरिण होगा .
ना चौपड कोई रच पाए
ना शुक्नी कोई बच पाए .
धृतराष्ट्र नहीं गांधारी है
अपने बेटे से हारी है .
इतिहास नहीं पढ़ते हैं हम
इतिहास बनाते आये हैं .
इतिहास मिटा देंगें हम जो
जबरन इतिहास लिखाते आये हैं .
वैशाली नगर वधु होगी तो
द्रोपदी का चीर हरण होगा
अब युद्ध करो या डूब मरो
वो जीवन नहीं मरण होगा .
ये सत्ता नहीं बिमारी है
राजा की कुर्सी प्यारी है .
धृतराष्ट्र नहीं गांधारी है
अपने बेटे से हारी है .
ये बोल नहीं है गीतों के
ये गीत नहीं है गाने के .
ये समर गीत है योद्धा का
हैं दुश्मन से टकराने के .
रणचंडी मांगे रक्त और
है निशा अभी ना हुई भौर .
निस्तेज सितारे चाँद सभी
ले आओ सूरज एक और .
इतना आसान नहीं होगा .
पांडव जीतेंगे कैसे - जो
मुरलीधर श्याम नहीं होगा .
यादव है वीर बहूत सारे
लेकिन सब सत्ता के मारे
पक्षों में बैठे सभी यार -
पांडव एकल हैं बेचारे .
संधि नहीं सीधे रण होगा
ये भारत तभी उरिण होगा .
ना चौपड कोई रच पाए
ना शुक्नी कोई बच पाए .
धृतराष्ट्र नहीं गांधारी है
अपने बेटे से हारी है .
इतिहास नहीं पढ़ते हैं हम
इतिहास बनाते आये हैं .
इतिहास मिटा देंगें हम जो
जबरन इतिहास लिखाते आये हैं .
वैशाली नगर वधु होगी तो
द्रोपदी का चीर हरण होगा
अब युद्ध करो या डूब मरो
वो जीवन नहीं मरण होगा .
ये सत्ता नहीं बिमारी है
राजा की कुर्सी प्यारी है .
धृतराष्ट्र नहीं गांधारी है
अपने बेटे से हारी है .
ये बोल नहीं है गीतों के
ये गीत नहीं है गाने के .
ये समर गीत है योद्धा का
हैं दुश्मन से टकराने के .
रणचंडी मांगे रक्त और
है निशा अभी ना हुई भौर .
निस्तेज सितारे चाँद सभी
ले आओ सूरज एक और .
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