Popular Posts

Saturday, May 11, 2013

सच को सच - कहने से डरते हो .

सच को सच - 
कहने से डरते हो .

ये कैसे 'सत्य के ईश' हो 

बकरे हो की कसाई हो 

अरे यार तुम तो - 

कांग्रेसी भाई हो .



लिखते हो - और 

चाहते हो की बदल जाए - 

देश दुनिया जहांन .

पहले अपने घर को तो
ठीक से बदल लो श्रीमान .


बाद मे गली महुल्ले

नगर देश दुनिया की
बात करना - उनकी
चिंता में - बाद में
दुबले होना और मरना .

No comments:

Post a Comment