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Saturday, April 20, 2013

बड़ी मुश्किल से मिलती है


बड़ी मुश्किल से होती है 
बड़ी मुश्किल से मिलती है .
जो दिन में रात हो जाए - 
सुबह मुश्किल से मिलती  है .

चाँद सूरज नहीं लेकिन  
समर जारी अंधेरों से .
अंधेरों में उजाले की किरण 
बड़ी मुश्किल से मिलती है .

भटकते बनके अंधे लोग 
टटोले पाँव से रस्ता -
किसी अंधे को वो लाठी 
बड़ी मुश्किल से मिलती है . 

ये मैंने गीत लिखा है -   
इसे अब कौन गायेगा 
गूंगे शहर को यारो जुबाँ  
बड़ी मुश्किल से मिलती है . 

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