ना गीत से ना गाने से
ये भजन तो हैं सिर्फ
चुनावी तराने से .
सुने ना सुने - बस
बिना फरमाइश के
दिन रात - चौबीस घंटे
सुनते रहो - भूनते रहो
और सर धुनते रहो .
उसने मुझे काला कहा
अबे तेरा मुंह तो - क्या
दिल भी पहले से काला है
इसमें कौन सा - किसी ने
गज़ब कर डाला है .
ये धौला है - ये लाल है
पता नहीं ये चुनाव भी
बस कमाल है - नेता खुश
पब्लिक का बुरा हाल है .
देते रहिये - देना ही है
देना ही पड़ेगा - नहीं दोगे
तो जबरन छीन ले जायेंगे
अभी दारु और गांधी दे रहें हैं -
वर्ना फिर इससे भी जायेंगे .
पर्व है - त्यौहार की तरह मना
दिवाली के बाद की
काली रात का मातम अभी से
मत मना - जो मिल रहा है
लपेट ले - जो दे रहा है खा .
वोट तेरे और तेरे बाप की
बपौती है - उसे अभी भूल जा
बादमें जिसको दिल करे
दे उसे - हरा या फिर जीता .
ये भजन तो हैं सिर्फ
चुनावी तराने से .
सुने ना सुने - बस
बिना फरमाइश के
दिन रात - चौबीस घंटे
सुनते रहो - भूनते रहो
और सर धुनते रहो .
उसने मुझे काला कहा
अबे तेरा मुंह तो - क्या
दिल भी पहले से काला है
इसमें कौन सा - किसी ने
गज़ब कर डाला है .
ये धौला है - ये लाल है
पता नहीं ये चुनाव भी
बस कमाल है - नेता खुश
पब्लिक का बुरा हाल है .
देते रहिये - देना ही है
देना ही पड़ेगा - नहीं दोगे
तो जबरन छीन ले जायेंगे
अभी दारु और गांधी दे रहें हैं -
वर्ना फिर इससे भी जायेंगे .
पर्व है - त्यौहार की तरह मना
दिवाली के बाद की
काली रात का मातम अभी से
मत मना - जो मिल रहा है
लपेट ले - जो दे रहा है खा .
वोट तेरे और तेरे बाप की
बपौती है - उसे अभी भूल जा
बादमें जिसको दिल करे
दे उसे - हरा या फिर जीता .
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