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चोट लगती है फूल से भी यार
चोट लगती है फूल से भी यार फूल पत्थर की तरह फैंको मत सुर नहीं साज नहीं आवाज़ नहीं अब यूँ गधों की तरह रेंकों मत . जिनावर ...
तेरे इनकार में दम है .
किसीकी जात में दम है - किसीकी पांत में दम है. किसीकी दौलते चलती किसीके हाथ में दम है . ना तेरे प्यार में दम है ना मेरे प्यार में...
(no title)
आँधियों के दौर हर मंज़र उदास है - बचने की भला अब किसको आस है अंजाम से डरे हुए कुछ लोग तो मिले अंजाम बदल दें मुझे उसकी तलाश है .
Tuesday, August 20, 2013
" चिरायु हो -
" चिरायु हो -
वक्त के सामने
डंट जाओ - हर
विपरीत परिस्थितयों में
सदा मुस्कुराओ -
खुलकर कहकहे लगाओ .
ज़माना रश्क करें - तुमसे
ऐसे बन जाओ "
जन्म दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
वा शुभाशीष .....!!!
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