कैसे कैसे घोंचू झेलूं
सोच रहा है लालकिला .
इसीलिए तो लाल हो रहा
देखो यारो लाल किला .
इतना खलता -
बस नहीं चलता -
देखो जिगर लुहान हुआ
जितना आज विवश है -
कल तक कभी ना
हिन्दुतान हुआ .
सोच रहा है लालकिला .
इसीलिए तो लाल हो रहा
देखो यारो लाल किला .
इतना खलता -
बस नहीं चलता -
देखो जिगर लुहान हुआ
जितना आज विवश है -
कल तक कभी ना
हिन्दुतान हुआ .
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