क्षितिज के उस पार
नदिया एक बहती है .
मध्य जिसके ये -
तूफानी धार रहती है .
तन ये नौका - जल
भरा मन - कामना है -
पहुँच जाऊं पार -
होता है जहाँ उद्धार
खुलते हैं - जहाँ पर द्वार
देवी एक रहती है .
नदिया एक बहती है .
मध्य जिसके ये -
तूफानी धार रहती है .
तन ये नौका - जल
भरा मन - कामना है -
पहुँच जाऊं पार -
होता है जहाँ उद्धार
खुलते हैं - जहाँ पर द्वार
देवी एक रहती है .
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