क्या हुआ मैला हुआ तन .
देख सुंदर सा मेरा मन .
शुभ्र देवो सा मेरा संसार .
प्राणप्रिय आओ मेरी बन .
अभी तुक्के लगाये हैं
अभी तो तीर बाकी हैं
अभी तदबीर बाकी है
अभी तकदीर बाकी है
अभी अभिमन्यु जिन्दा
द्रौपदी का चीर बाकी है .
ना रोने का सबब कोई
रुलाई भी नहीं आती .
अभी तक रात सी क्यों है
सुबह क्यों हो नहीं जाती .
रतजगे हो रहें हैं यार
यूँ जागे आँख में सपने .
ना सोते हैं वो इक पल -
और हमें सोने नहीं देते .
ख़ुशी की बात करते हैं
ये खुश होने नहीं देते .
किसी के हो नहीं सकते
और हमें होने नहीं देते .
फिजा में घूल रही स्याही
को क्यों धोने नहीं देते .
सुबह की बात करते हैं
सुबह होने नहीं देते .
वो इतनी दूर हैं हमसे
नज़ारे हो नहीं सकते .
इशारे हो नहीं सकते
हमारे हो नहीं सकते .
बड़े कमबख्त थे हमारे ख्वाब
वो तब आये - जब सवेरा हुआ .
मेरी बात दिल कभी माना ही नहीं
आज हरेक से कहता है - तू मेरा हुआ .
वो हँसे तो देखकर मेरी सूरत
हमें लगा - लो प्यार हो गया .
हंसने वालों के साथ हंस लूँगा .
माफ़ मरना - मैं रो नहीं सकता .
वो इस कदर शामिल हैं कहीं मुझमे .
अनकहे मेरे जज्बात भी सुन लेते हैं .
कह दिया होगा - शायद बेख्याली में
महुब्बत नहीं - हमने तो इबादत की है .
अभी तो पाँव टूटे हैं -
सफ़र बाकी अभी यारो .
अदम में छोड़कर जाना
हमें अच्छा नहीं लगता .
रहे - ना छोड़ कर जाए
मेरे दिलको मेरे घर को
कोई हो ख्वाब ऐसा भी
पर ऐसा हो नहीं सकता .
किसी की बात में दम था
किसी के साथ में दम था .
निशाने पर मेरा था दिल
नाये कम था ना वो कम था .
यही सोचा है इस दिल ने -
फजीहत भी क्यों करवाओ
जो मन जाते तो अच्छा था .
ना मानो - भाड़ में जाओ .
मनाना फर्ज था अपना
जतन सारे किये हमने -
ना माने क्यों - ये वो जाने
या फिर उनका खुदा जाने .
ये दिल अपना कभी ना था
ये सच है आज भी यारो -
किसी का आज तक - इसको
कभी होना नहीं आया .
किराएदार थे यारो -
किराया भर नहीं पाए .
किराए के दिलों में कब
तलक यूँ ठाठ से रहते .
कभी तो बात भी होगी
कहाँ तक चुप रहेंगे वो .
उधर वो भी परेशान हैं
इधर हम भी परेशां हैं .
ये दिल अब भी परेशा है
सबब कुछ भी नहीं यारो
फ़क्त बस बात है इतनी
वो हमको भूलने को हैं -
भुलाए वो नहीं जाते .
ग़मों से थक गए यारो -
ख़ुशी की बात होने दो .
छतरियाँ खोल लो - अब
जोर से बरसात होने दो .
देख सुंदर सा मेरा मन .
शुभ्र देवो सा मेरा संसार .
प्राणप्रिय आओ मेरी बन .
अभी तुक्के लगाये हैं
अभी तो तीर बाकी हैं
अभी तदबीर बाकी है
अभी तकदीर बाकी है
अभी अभिमन्यु जिन्दा
द्रौपदी का चीर बाकी है .
ना रोने का सबब कोई
रुलाई भी नहीं आती .
अभी तक रात सी क्यों है
सुबह क्यों हो नहीं जाती .
रतजगे हो रहें हैं यार
यूँ जागे आँख में सपने .
ना सोते हैं वो इक पल -
और हमें सोने नहीं देते .
ख़ुशी की बात करते हैं
ये खुश होने नहीं देते .
किसी के हो नहीं सकते
और हमें होने नहीं देते .
फिजा में घूल रही स्याही
को क्यों धोने नहीं देते .
सुबह की बात करते हैं
सुबह होने नहीं देते .
वो इतनी दूर हैं हमसे
नज़ारे हो नहीं सकते .
इशारे हो नहीं सकते
हमारे हो नहीं सकते .
बड़े कमबख्त थे हमारे ख्वाब
वो तब आये - जब सवेरा हुआ .
मेरी बात दिल कभी माना ही नहीं
आज हरेक से कहता है - तू मेरा हुआ .
वो हँसे तो देखकर मेरी सूरत
हमें लगा - लो प्यार हो गया .
हंसने वालों के साथ हंस लूँगा .
माफ़ मरना - मैं रो नहीं सकता .
वो इस कदर शामिल हैं कहीं मुझमे .
अनकहे मेरे जज्बात भी सुन लेते हैं .
कह दिया होगा - शायद बेख्याली में
महुब्बत नहीं - हमने तो इबादत की है .
अभी तो पाँव टूटे हैं -
सफ़र बाकी अभी यारो .
अदम में छोड़कर जाना
हमें अच्छा नहीं लगता .
रहे - ना छोड़ कर जाए
मेरे दिलको मेरे घर को
कोई हो ख्वाब ऐसा भी
पर ऐसा हो नहीं सकता .
किसी की बात में दम था
किसी के साथ में दम था .
निशाने पर मेरा था दिल
नाये कम था ना वो कम था .
यही सोचा है इस दिल ने -
फजीहत भी क्यों करवाओ
जो मन जाते तो अच्छा था .
ना मानो - भाड़ में जाओ .
मनाना फर्ज था अपना
जतन सारे किये हमने -
ना माने क्यों - ये वो जाने
या फिर उनका खुदा जाने .
ये दिल अपना कभी ना था
ये सच है आज भी यारो -
किसी का आज तक - इसको
कभी होना नहीं आया .
किराएदार थे यारो -
किराया भर नहीं पाए .
किराए के दिलों में कब
तलक यूँ ठाठ से रहते .
कभी तो बात भी होगी
कहाँ तक चुप रहेंगे वो .
उधर वो भी परेशान हैं
इधर हम भी परेशां हैं .
ये दिल अब भी परेशा है
सबब कुछ भी नहीं यारो
फ़क्त बस बात है इतनी
वो हमको भूलने को हैं -
भुलाए वो नहीं जाते .
ग़मों से थक गए यारो -
ख़ुशी की बात होने दो .
छतरियाँ खोल लो - अब
जोर से बरसात होने दो .
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