Popular Posts
मैं गांधारी - मेरा बेटा राहुल ( दुर्योधन)
मैं गांधारी - मेरा बेटा राहुल ( दुर्योधन) पूरे हिंदुस्तान पर भारी . चल बेटा मनमोहन -खड़ा हो और कर - ताजपोशी की तैय्यारी . (सोनिया) म...
सत्य कहना और उसे
सत्य कहना और उसे - उसी भाव से सहना - कहाँ है इतना आसान - इस दुनिया में निर्विकार भाव से रहना . जब सच की खोज में- इतने बूढ़े हो जाओग...
चाहता हूँ लिखना - ग़ज़ल
चाहता हूँ लिखना - ग़ज़ल प्यार या प्यार के अहसास पर . जो मेरे पास हैं - या उस दूर के विश्वाश पर . पर ऐसा नहीं होता - यार जो दूर है -...
Thursday, May 26, 2011
रुका मत रह - तट पर
रुका मत रह - तट पर
तूफ़ानों के मिजाज -
चाहे कितना सवाली हैं
तेरे हाथ पतवार तो है
धाराओं के हाथ तो
आज भी खाली हैं .
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment