Popular Posts

Saturday, October 13, 2012

कौन हो तुम - सोचता हूँ

कौन हो तुम - सोचता हूँ 
वार्ता या मौन हो तुम . 
प्रणय का मीठा स्पंदन -
या विरह का कोण हो तुम .

आज मेरे साथ हो तुम 
हौसला विश्वाश हो तुम
बालमन सा खिलखिलाता
एक मधुरिम हास्य हो तुम .

एक अनबुझ प्यास हो तुम
अधखिली सी आस हो तुम .
दूरियां लेकिन बहूत हैं -
वैसे दिल के पास हो तुम .

No comments:

Post a Comment