एक से एक भिखारी जी
लगे हैं लाइन में - अब
मैं किसकी आरती उतारूंजी .
इज़ाज़त गर मिले तो
जम जमके - इन्हें जूते
भिगोके मारूंजी .
लुच्चे लफंगे कमीने - ये
शक्ल से चोर हैं शातिर जनाब
बाद में कहना मत - क्या क्या लूटा
लगा ना पाओगे - इसका हिसाब .
कीमती 'मत' बचा के रख लेना
ऐसे चोर लफंगे को कभी 'मत' देना .
आना - टक्का दो चार छदाम
इससे ज्यादा नहीं है इनका दाम
लगे हैं लाइन में - अब
मैं किसकी आरती उतारूंजी .
इज़ाज़त गर मिले तो
जम जमके - इन्हें जूते
भिगोके मारूंजी .
लुच्चे लफंगे कमीने - ये
शक्ल से चोर हैं शातिर जनाब
बाद में कहना मत - क्या क्या लूटा
लगा ना पाओगे - इसका हिसाब .
कीमती 'मत' बचा के रख लेना
ऐसे चोर लफंगे को कभी 'मत' देना .
आना - टक्का दो चार छदाम
इससे ज्यादा नहीं है इनका दाम
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