दिल करता है - मैं
आज भी जिद करूँ
ठिनकुं -मचल जाऊं .
कोई ऐसी चीज मांगूं -
जो वो चाह कर भी -
ना दे सके - पर
सोचता हूँ - अब इस उम्र में
'उसे' - क्यों तंग करूँ
सताऊं .
वैसे एक बात बताऊँ -
वो समझता- जानता है
मेरी औकात -
दुनिया की ऐसी कोई
चीज - आज भी नहीं है
जो मैं उससे मांगूं - और
ना पाऊं .
आज भी जिद करूँ
ठिनकुं -मचल जाऊं .
कोई ऐसी चीज मांगूं -
जो वो चाह कर भी -
ना दे सके - पर
सोचता हूँ - अब इस उम्र में
'उसे' - क्यों तंग करूँ
सताऊं .
वैसे एक बात बताऊँ -
वो समझता- जानता है
मेरी औकात -
दुनिया की ऐसी कोई
चीज - आज भी नहीं है
जो मैं उससे मांगूं - और
ना पाऊं .
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