तेरी कहानी अलग है
मेरा फ़साना और है
दोस्ती अलग चीज है
यूँ आना-जाना और है .
मेरी ग़ज़ल कुछ और है
तेरा तराना और है
मैं गुज़रे जमाने की चीज हूँ
तेरा नया कुछ दौर है .
यूँही मिल गए - एक राह हम
कहीं दूर - साथ चलो चलें .
फिर ना रात की ये तनहाइयाँ
ना कोई नयी फिर भौर है .
मेरा फ़साना और है
दोस्ती अलग चीज है
यूँ आना-जाना और है .
मेरी ग़ज़ल कुछ और है
तेरा तराना और है
मैं गुज़रे जमाने की चीज हूँ
तेरा नया कुछ दौर है .
यूँही मिल गए - एक राह हम
कहीं दूर - साथ चलो चलें .
फिर ना रात की ये तनहाइयाँ
ना कोई नयी फिर भौर है .
Very Nice Satishji you are great
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