Popular Posts

Friday, February 25, 2011

ज्यादा मत सोच विचार

ज्यादा मत सोच विचार ,
जिन्दगी क्षणिक है यार .
जो सच्चा सोना है-
उसका क्या खोना है -
होगा जो होना है
प्यार ही को ओढ़ ले -
प्यार का बिछोना है .

कल -जो कल बीत गया ,
हारा या जीता गया .
पलट के ना आएगा .
क्या उसका पाना फिर -
क्या उसका खोना है .
कल का रोना तो-
बेकार का रोना है .

आज मेरे सामने है -
तीर अब कमान में है ,
तू किस के ध्यान में है -
जाग इसको खोना ना-
बाद में फिर रोना ना .
जी भर के जी ले इसे-
यही तेरा होना है .

कल किसने देखा है,
कल किसने जाना है .
किस्मत का लेखा है ,
वाक्य ये पुराना है .

अभी से क्या फ़िक्र करें ,
जीते जी कौन मरे .
कौन किससे रूठेगा -
कौन फिर मनायेगा .
होगा जब होगा-
तब देखा जाएगा .

No comments:

Post a Comment