फिर किसी दिन लाल रंग
अभी तो देश में अमन है .
खिल रहें है - काले गुलाब
अभी ये देश तो चमन है .
पचा ले - हाज्मौला इन्हें ला दे
छोटे मोटे - हाथ कोई जो लगा दे .
इंडिया गेट है भाई - जनपथ नहीं
ये तो सरकार का सरासर दमन है .
ये काली ओढ़नी - पहने भीड़
युवा तुर्क देख - ये कैसा पहन है
फिर भी कुछ तो कसीदाकारी है
इसे क्यों कह रहा कफ़न है .
अभी तो देश में अमन है .
खिल रहें है - काले गुलाब
अभी ये देश तो चमन है .
पचा ले - हाज्मौला इन्हें ला दे
छोटे मोटे - हाथ कोई जो लगा दे .
इंडिया गेट है भाई - जनपथ नहीं
ये तो सरकार का सरासर दमन है .
ये काली ओढ़नी - पहने भीड़
युवा तुर्क देख - ये कैसा पहन है
फिर भी कुछ तो कसीदाकारी है
इसे क्यों कह रहा कफ़न है .
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