बम्ब फटने लाठी गोलियां चल जाना क्या .
बहूत खतरे हैं यार रौशनी में आना क्या
अँधेरे रास्तों में - बहूत महफूज हूँ यार
मुश्किल है इन्हें कोसना लतियाना क्या .
अब हरेक जंग चौराहे पे लड़ी जायेगी
गोल गुम्बद चांदनी चौक जाना क्या
समझने वाले - समझ गए होंगे यार
नासमझ - को भी भला समझाना क्या .
बहूत खतरे हैं यार रौशनी में आना क्या
मुश्किल है इन्हें कोसना लतियाना क्या .
अब हरेक जंग चौराहे पे लड़ी जायेगी
गोल गुम्बद चांदनी चौक जाना क्या
समझने वाले - समझ गए होंगे यार
नासमझ - को भी भला समझाना क्या .
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