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Thursday, April 21, 2011

आँख तो आँख है - जलभरी सी

आँख तो आँख है - जलभरी सी
बरस जाए तो अच्छा .
आजिज आ गए हैं -
तनहाइयों से इतना - कोई
घर के किवाड़ बजा जाए तो अच्छा .

तुम आ नहीं सकते-हम बुला नहीं सकते .
बीच राह दोनों कही आ जाएँ तो अच्छा .
दीवारे भली हो -भले इस छत के लिए -
दरमियाँ खिंची -कोई दिवार
ढहा जाए तो अच्छा .

चुप्पी भली नहीं अब -टूटे तो सही
इस घर पे कोई एटमबम-
गिरा जाए तो अच्छा .

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