आज लहरों में बहा सा देखिये
जलोधर है फिर भी प्यासा देखिये
बढ़ रही इंसान की आशा यहाँ -
रोज़ आशा में निराशा देखिये .
अब मीनारों पर मीनारें देखिये
आज धरती पर सितारे देखिये .
हौसले इंसान की क्या बात है
बीच सागर में किनारे देखिये .
जलोधर है फिर भी प्यासा देखिये
बढ़ रही इंसान की आशा यहाँ -
रोज़ आशा में निराशा देखिये .
अब मीनारों पर मीनारें देखिये
आज धरती पर सितारे देखिये .
हौसले इंसान की क्या बात है
बीच सागर में किनारे देखिये .
खून मेरा अब पसीने में मिला
आज ये अद्भूत नज़ारा देखिये
आज सपनों पर कोई बंदिश नहीं
शील या अश्लील यारा देखिये .
देखना है जो भी प्यारे देखिये
ख्वाब अपने या हमारे देखिये .
नींद रातों को अगर आती नहीं
फेसबुक है अपना प्यारा देखिये .
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