लगी है आग लगने दो -
जो होता है सो होने दो -
अभी मादक बड़ा मौसम
मुझे मुंह ढक के सोने दो .
ना अंगडाई अभी तोड़ी
ना अब तक चाय ही पी है -
बहूत नाराज़ होगी माँ
जरा मुंह हाथ धोने दो .
ना कोई ट्रेन छूटी यार
ना कोई प्लेन का टाइम
जिसे जाना है वो जाए -
मुझे कुछ और सोने दो .
बचा लेंगे वो ही देश
मैं कुछ कर नहीं सकता
बड़ी मुश्किल से जिन्दा हूँ
अभी मैं मर नही सकता .
जो होता है सो होने दो -
अभी मादक बड़ा मौसम
मुझे मुंह ढक के सोने दो .
ना अंगडाई अभी तोड़ी
ना अब तक चाय ही पी है -
बहूत नाराज़ होगी माँ
जरा मुंह हाथ धोने दो .
ना कोई ट्रेन छूटी यार
ना कोई प्लेन का टाइम
जिसे जाना है वो जाए -
मुझे कुछ और सोने दो .
बचा लेंगे वो ही देश
मैं कुछ कर नहीं सकता
बड़ी मुश्किल से जिन्दा हूँ
अभी मैं मर नही सकता .
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