Popular Posts

Wednesday, September 7, 2011

कोई मिल गया - शायद


कोई मिल गया - शायद
पुकारा था - उसने बड़ी
शिद्दत से मनुहार से
थके पंखों से -बड़ी
बेबसी में - बहूत प्यार से .

और आ गया था - वो
फ़रिश्ता - स्वर्ग से उतरकर
उस नन्ही जान के-
सपनों में रंग भरने - उसे
गिरने से बचाने- उसे
सहारा देने -ढाढस बंधाने
टूटते साहस को फिर से बढ़ाने.

डूबते को तिनके का सहारा काफी
फिर नए जोश में - आकाश की
ऊँचाइयों को नन्हे परों पर-
तय करने को - मिल गया था
विश्वास जो खो गया था .

No comments:

Post a Comment