मैं गांधारी - मेरा बेटा राहुल ( दुर्योधन)
पूरे हिंदुस्तान पर भारी .
चल बेटा मनमोहन -खड़ा हो
और कर - ताजपोशी की तैय्यारी .
(सोनिया)
मैं क्या कहूं जी - आखरी बार
कब कहा था कुछ - अब तो
ठीक से ये भी याद नहीं .
अगर मुंह खोलता हूँ -तो
गले पर पंजे का निशान नजर आता है
बैठे बिठाये - प्रधानमंत्री का पद मिले
तो कौन ठुकराता है -अब तो चुप रहने की
आदत हो गयी है - इसी में मजा आता है.
(मनमोहन)
कुत्ते तो हम भी हैं जी - पर
कोठी में घुसने वाले पर भोंकते हैं .
कुत्तों से सावधान वाले बोर्ड -
पिताजी घर के बाहर लगवा गए हैं .
सुना है युधिष्टर के साथ -एक कुत्ता भी
स्वर्ग पहुँच गया था -
तब से कुत्ते की योनी में आ गए हैं .
(दिग्गी)
(क्रमश:..)
अगर मुंह खोलता हूँ -तो
ReplyDeleteगले पर
पंजे का निशान
नजर आता है
अच्छी प्रस्तुति ||