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मन को उन्मुक्त छोड़ दो
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(no title)
आँधियों के दौर हर मंज़र उदास है - बचने की भला अब किसको आस है अंजाम से डरे हुए कुछ लोग तो मिले अंजाम बदल दें मुझे उसकी तलाश है .
Tuesday, June 7, 2011
कल्याणकारी शुभकामनाएं ...!!!!
जीवन -शाश्वत -अमित अटूट
अविरल - अविराम .
जीवन अनंत है ....!!!!!
हर पल - इसका मधुरस
भर भर पीयों - क्षणिक नहीं
भरपूर जियों !!!!!!!
उसी जीवन के लिए -
नव नूतन - शुभ्र और
कल्याणकारी शुभकामनाएं ...!!!!
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