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घोड़े यार फिसलते देखे डंकी सरपट चलते देखे जेठ दुपहरी तपती देखी हिमगिरी हमने जलते देखे अंधों की फूटी आँखों में का...
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सूने गुलशन को इस तरह सजाया जाए महक नही तो थोड़ा इत्र मिलाया जाए . टिकाऊ न सही कुछ देर तो जले यारो झक दुपहरी में एक दीप जलाया जाये . दु...
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अधूरी अतृप्त सी - मन की वासनाएं फूलों पर मंडराती रूपमती इच्छाएं - तितली सी - घूमती मादक हवाएं - मन ये सोचता हैं यहीं रुकें - या...
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वाह बहुत सुन्दर
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