आँधियों के दौर हर मंज़र उदास है - बचने की भला अब किसको आस है अंजाम से डरे हुए कुछ लोग तो मिले अंजाम बदल दें मुझे उसकी तलाश है .
Thursday, July 14, 2011
खामोश संसद जारी है
खामोश संसद जारी है - नयी गोरमेंट की तैयारी है . चुप रहिये -बिलकुल मौन- नाकाफी - जलूस-झंडे बगावत के डंडे -नेताओं के बड़े बड़े फंडे - सड़े टमाटर अंडे . सब हैं - पर धीरे बोल प्यारे अभी संसद जारी है .
कोई असंसदीय शब्द न निकल जाये
ReplyDeleteऔर हम अपराधी बन जाएँ |
बहस जारी हैं |
भैंस जा री है ||
बहस जारी हैं |
भैंस जा री है ||
वजन बराबर है न ||
pura pura brabar hai vazan....
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