तबस्सुम की नजाकत सी
गुलों के रंग - बहारों का सरुर -
जिन्दगी ने मौका दिया - तो
एक बार तुमसे मिलेंगे जरुर .
यूँ दूर दूर हैं - जैसे जमीं आस्मां
की तुम कहाँ - हम कहाँ .
मिलेगी कहीं तो क्षितिज की -
क्षीण सी रेखा - है जहाँ
चाँद सितारों का जहाँ - कभी
यकीं रख हम तुमसे मिलेंगे वहां .
गुलों के रंग - बहारों का सरुर -
जिन्दगी ने मौका दिया - तो
एक बार तुमसे मिलेंगे जरुर .
यूँ दूर दूर हैं - जैसे जमीं आस्मां
की तुम कहाँ - हम कहाँ .
मिलेगी कहीं तो क्षितिज की -
क्षीण सी रेखा - है जहाँ
चाँद सितारों का जहाँ - कभी
यकीं रख हम तुमसे मिलेंगे वहां .
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