टूट जाते हैं सितारे - पर
सबको पता नहीं चलता .
जमीं को खबर नहीं होती
आस्मां का दम नहीं निकलता .
सूरज वैसे ही उगता है -
सुबह को रोज पश्चिम में जाके है ढलता .
वैसे ही हम - वैसी ही गति जीवन की -
सच में यार कुछ भी तो नहीं बदलता .
दुनिया - अजीब है यारो
किसी एक के जाने के बाद
कोई किसी का काम - नहीं
रुकता नहीं टलता .
सबको पता नहीं चलता .
जमीं को खबर नहीं होती
आस्मां का दम नहीं निकलता .
सूरज वैसे ही उगता है -
सुबह को रोज पश्चिम में जाके है ढलता .
वैसे ही हम - वैसी ही गति जीवन की -
सच में यार कुछ भी तो नहीं बदलता .
दुनिया - अजीब है यारो
किसी एक के जाने के बाद
कोई किसी का काम - नहीं
रुकता नहीं टलता .
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