हम आना कहाँ चाहते थे -
बस- जबरन लाये गए हैं .
खुदा ने - ना मानी फ़रियाद
बेखास्ता धकियाये गए हैं .
दुनिया दुखों का - सागर
पार पाना नहीं आसान
की ऊपर अजगर का डर
ताक में शेर - है मेहरबान .
कहाँ जाएगा - क्या पायेगा
सोच कर मत - हो हैरान
शिकंजा मौत का- कसा जाए
एक दिन निकल जायेगी जान .
जिन्दगी - खता की जंजीरें
धरती बेरंगी - काला आसमान
सजा से माफ़ी ना मिले -कभी
पैरोल पे रिहाई कहाँ श्रीमान .
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