मैं कहीं नहीं जाऊँगा दोस्तों
जनम जन्मान्तरों तक
तुम्हारे संग संग रहूँगा -
ऐसे ही खिजाऊंगा - सताऊंगा
जीर्ण - वस्त्र फट चले -
आखिर इस दुनिया में -
इन्हें पहने कब तक घूम पाऊंगा .
सोचता हूँ - नए वस्त्रों के लिए
एक दिन परमपिता से जिद
करूँगा - बताऊंगा .
मुझे भूलना नहीं - संभवत:
एक नये कलेवर में -
ठाठ - बाट से दुबारा - एक
नए स्वरुप में फिर से आऊंगा .
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