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Tuesday, February 21, 2012

रात नायिका के प्राण हो सकती है

रात नायिका के  प्राण हो सकती है
रात श्रमिक की उर्जाये -जान हो सकती है
रंज गम का सफीना है हर रात की बात
घात -प्रतिघात की मंजिल है अँधेरा ये रात
पर भौर के उजाले को मेरा सलाम दोस्तों -
केवल रौशनी ही जिन्दगी का प्रमाण हो सकती है .

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