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कुछ चोट्टे - कुछ खोटे
कुछ चोट्टे - कुछ खोटे - कुछ तड़ीपार - कुछ बटमार - कुछ जयचंद - कुछ असरदार कुछ अ सरदार कुछ झुनझुने - कुछ बूढ़े - कुछ बीमार - ...
वो पागल लड़की
सभी संगी साथी तो हैं पर - आज वो नहीं देती दिखाई . लगता है - वो पागल लड़की आज - सचमुच नहीं आयी . घरके न्यूज़ चैनल की - खबरची - ...
ये देश गीत है मोदी का
ये तेरा देश नहीं धौले ये तेरा देश नहीं काले ना मक्का के ये भुट्टे है जो चाहे भूने वो खाले . अम्मा कितना भी बर्गाले चाहे कितना भी ...
Friday, June 10, 2016
आँधियों के दौर हर मंज़र उदास है -
बचने की भला अब किसको आस है
अंजाम से डरे हुए कुछ लोग तो मिले
अंजाम बदल दें मुझे उसकी तलाश है .
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