शनै शनै -
यूँ धीरे धीरे
ले चल मुझको
मेरे मांझी -
इस तट से -
तू दूजे तीरे .
एकल नाटक -
ख़त्म हो गया .
रुक रुक कर तू
बजा मंजीरे .
गिरी यवनिका -
अन्धकार है
बचा कोई -
संवाद नहीं है
भूल गए अब
याद नहीं रे .
कर ले -
अगले नाटक
की तैयारी
अंत यहाँ पर
अभी नहीं रे .
यूँ धीरे धीरे
ले चल मुझको
मेरे मांझी -
इस तट से -
तू दूजे तीरे .
एकल नाटक -
ख़त्म हो गया .
रुक रुक कर तू
बजा मंजीरे .
गिरी यवनिका -
अन्धकार है
बचा कोई -
संवाद नहीं है
भूल गए अब
याद नहीं रे .
कर ले -
अगले नाटक
की तैयारी
अंत यहाँ पर
अभी नहीं रे .
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