Popular Posts
हमारा हिंदुस्तान , क्या है मेरा यहाँ
हमारा हिंदुस्तान , क्या है मेरा यहाँ -सिर्फ एक छोटा सा ५५ गज का मकान , फिर भी मैं कहता हूँ - 'मेरा' भारत 'सबसे' महान . ...
क्षणिकाएँ
क्या हुआ मैला हुआ तन . देख सुंदर सा मेरा मन . शुभ्र देवो सा मेरा संसार . प्राणप्रिय आओ मेरी बन . अभी तुक्के लगाये हैं अभी तो तीर ब...
झक दुपहरी में एक दीप जलाया जाये
सूने गुलशन को इस तरह सजाया जाए महक नही तो थोड़ा इत्र मिलाया जाए . टिकाऊ न सही कुछ देर तो जले यारो झक दुपहरी में एक दीप जलाया जाये . दु...
Thursday, June 20, 2013
तेरे द्वार आने को
(श्री केदारेश्वर से क्षमा याचना सहित)
तेरे द्वार आने को
दर्शन पाने को .
अपना घर छोड़ा -
बार छोड़ा - तुझसे
मिलन की आस में
सारा संसार छोड़ा .
तूने पीछा अपना -
छुड़ा
लिया सस्ते में
खुद मिला नहीं
मौत को -
भेज दिया रस्ते में .
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment