थोड़े थोड़े हम सभी बेईमान हैं -तभी तो
इनके हाथ में -आज भ्रष्टाचार की कमान हैं .
हमारे सर पे जब तक सुविधाओं का वितान है
तभी तक पैसों से काम करवाने का विधान है.
आओ रोटी को इनसे दूर कर दें -
बाबा भूखा क्यों रहे -इन्हें
भूखा मरने पर मजबूर कर दें .
काले नोटों को जलालें या खा लें .
या इटली - ब्रिटेन से अपने -
माई-बाप को बुला लें .
पेट इनका भर नहीं सकता -कोई
किसान इनके लिए -अब
अनाज पैदा कर नहीं सकता .
अब क्या खाओगे मेरे लाल - हमारे
हाथ में तो बस गाँधी की ये लाठी है -
इससे पेट भर जाए तो परोस दें .
या तुम्हारे मुहं में खोंस दे .
इनके हाथ में -आज भ्रष्टाचार की कमान हैं .
हमारे सर पे जब तक सुविधाओं का वितान है
तभी तक पैसों से काम करवाने का विधान है.
आओ रोटी को इनसे दूर कर दें -
बाबा भूखा क्यों रहे -इन्हें
भूखा मरने पर मजबूर कर दें .
काले नोटों को जलालें या खा लें .
या इटली - ब्रिटेन से अपने -
माई-बाप को बुला लें .
पेट इनका भर नहीं सकता -कोई
किसान इनके लिए -अब
अनाज पैदा कर नहीं सकता .
अब क्या खाओगे मेरे लाल - हमारे
हाथ में तो बस गाँधी की ये लाठी है -
इससे पेट भर जाए तो परोस दें .
या तुम्हारे मुहं में खोंस दे .
बहुत सार्थक आक्रोश..
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