हमे नारे लगाने में मजा आता है
आगे रहना हमे जरा नहीं भाता है .
गोली डंडा - कौन खाए -
आज की दिहाड़ी कौन गवाए .
हिम्मत हो तो दुश्मन -
जरा फेसबुक पर तो आये - फिर
देखना हम उसकी धज्जियां कैसे उडाये .
जन्तर मंतर -या रामलीला मैदान
ऊफ्फ आज कितनी गर्मी है श्रीमान .
हम तो ऐ .सी कूलर के बिना मर लेंगे .
भर्तसना गालियाँ ही तो देनी हैं -उसके
आगे रहना हमे जरा नहीं भाता है .
गोली डंडा - कौन खाए -
आज की दिहाड़ी कौन गवाए .
हिम्मत हो तो दुश्मन -
जरा फेसबुक पर तो आये - फिर
देखना हम उसकी धज्जियां कैसे उडाये .
जन्तर मंतर -या रामलीला मैदान
ऊफ्फ आज कितनी गर्मी है श्रीमान .
हम तो ऐ .सी कूलर के बिना मर लेंगे .
भर्तसना गालियाँ ही तो देनी हैं -उसके
लिए "फेसबुक" है ना भाईजान .
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