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सूने गुलशन को इस तरह सजाया जाए महक नही तो थोड़ा इत्र मिलाया जाए . टिकाऊ न सही कुछ देर तो जले यारो झक दुपहरी में एक दीप जलाया जाये . दु...
ज्यादा मत सोच विचार
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जो मैं तेरी जगह पाता
जो मैं तेरी जगह पाता - सच कहता हूँ यार - तुझ से ज्यादा नाम - ज्यादा धन कमाता . मैं क्या - मेरा पूरा देश बिना किसी खून खराबे के जाने ...
Saturday, May 14, 2011
पहले नाना - फिर माताजी
पहले नाना - फिर माताजी
फिर नातीजी अब बेटाजी .
कब तक हम आपा ना खोएं-
फूल बिछाये बहूत राह में -
आओ अब मिल काँटें बोयें.
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