समय नहीं है मेरे पास - की अभी
और रुकूं और देखूं - ये दुनिया .
और तुम्हे -कुछ देर अभी और .
जितना जी लिया - शायद बहूत था
क्या करूँगा - तेरी सांसे चुरा कर
किस लिए - किसके लिए
जब तू ही नहीं तो -जीवन क्या
तुम बने रहो -देखो ये जहाँ
अपनी मंजिल - पा लो .
मेरा क्या है - मैं कही हूँ भी या नहीं .
किसी सफ़र में - किसी डगर में
या किसी के दिल में - या कहीं नहीं
क्या फर्क पड़ता है .
और रुकूं और देखूं - ये दुनिया .
और तुम्हे -कुछ देर अभी और .
जितना जी लिया - शायद बहूत था
क्या करूँगा - तेरी सांसे चुरा कर
किस लिए - किसके लिए
जब तू ही नहीं तो -जीवन क्या
तुम बने रहो -देखो ये जहाँ
अपनी मंजिल - पा लो .
मेरा क्या है - मैं कही हूँ भी या नहीं .
किसी सफ़र में - किसी डगर में
या किसी के दिल में - या कहीं नहीं
क्या फर्क पड़ता है .
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