"यूँ ना रहते दर्द से -अपने हाथों को मलते
'मूव' होती - लगाते और काम पर चलते "
क्या बताएं - हम कैसे बड़े होते हैं
रेंगते हुए - पैरों पर कैसे खड़े होते हैं .
ख़त आया नहीं - पूरे सात रोज़ हो गए .
दुनिया का क्या - दुनिया को कहने दो .
'मूव' होती - लगाते और काम पर चलते "
क्या बताएं - हम कैसे बड़े होते हैं
रेंगते हुए - पैरों पर कैसे खड़े होते हैं .
बस भीड़ में मिलती है जरा सी राहत
वर्ना दिलमे तनहाइयों के शूल गड़े होते हैं .
वर्ना दिलमे तनहाइयों के शूल गड़े होते हैं .
मैं आंसुओं की बूँद में - सागर ढूँढता रहा
ये बादल ये हवा - ना जाने कहाँ ले आई
खंगाल डाली सारी दुनिया - जर्रे जर्रे में
उम्र भर मैं खुद को - खुदा सा ढूँढता रहा .
ये बादल ये हवा - ना जाने कहाँ ले आई
खंगाल डाली सारी दुनिया - जर्रे जर्रे में
उम्र भर मैं खुद को - खुदा सा ढूँढता रहा .
हकीकत हूँ या के ख्वाब हूँ मैं
तेरे हर बात का - जवाब हूँ मैं .
जर्रा हो के भी आफताब हूँ मैं .
मानले फिर भी लाज़वाब हूँ मैं .
बहूत खुश था - जो तुमको पाया था
यही तो अपना इकलोता सरमाया था
तू है तो मैं हूँ - वर्ना अपना भी दोस्त
देश से कांग्रेस की तरह सफाया था .
मैं हकीकत हूँ - लिपट कर मिलो हमसे
मैं कोई ख्वाब तो नहीं - की टूट जाऊँगा .
यार ये डाकिये - सन्डे को क्यों नहीं आते .
बस इतना बता - फूल के आक्रोश को मैं कैसे सहूँगा .
बीच से तोड़ भी दोगे तो - शीशा नहीं पत्थर ही रहूँगा .
रात के ख्वाब बनके अंधेरों में जीये तो क्या - जिए
कभी हमसे दिन के उजालों में आके मिलो -तो सही.
कभी हमसे दिन के उजालों में आके मिलो -तो सही.
दुनिया का क्या - दुनिया को कहने दो .
मैं बेनाम सही - मुझे बेनाम ही रहने दो .
कमीनी हसरतें तो बस मेरी बदनाम होनी थी.
हर नजर में नक्श उसकी ही तस्वीर थी यारो .
यहाँ वहां मत देख - जरा अन्दर तो अपने झाँक
प्यार दे रहा है तेरे दिल में भी धीमी धीमी आंच .
ये प्रेम का शास्त्र है - पढ़ सुन मत - गुण प्यारे
ये दिल की आवाज़ है - ध्यान से जरा सुन प्यारे .
मौत को पहना दें - नकेल
हम ऐसा जिगर रखते हैं .
जिन्दगी झूकी रहे चौखट पर -
हम ऐसा हुनर रखते हैं .
पत्थरों से ना पूछो - उनकी कहानी ऐ दोस्त
हर नजर में नक्श उसकी ही तस्वीर थी यारो .
यहाँ वहां मत देख - जरा अन्दर तो अपने झाँक
प्यार दे रहा है तेरे दिल में भी धीमी धीमी आंच .
ये प्रेम का शास्त्र है - पढ़ सुन मत - गुण प्यारे
ये दिल की आवाज़ है - ध्यान से जरा सुन प्यारे .
मौत को पहना दें - नकेल
हम ऐसा जिगर रखते हैं .
जिन्दगी झूकी रहे चौखट पर -
हम ऐसा हुनर रखते हैं .
पत्थरों से ना पूछो - उनकी कहानी ऐ दोस्त
जो भी आता है - ठोकर लगाता आता है .
दिलकी कोशिशें - रंग लाने लगी
जिन्दगी दूर थी पास आने लगी
फिर से किसी के लिए -दोस्त
आज जीने की चाह सताने लगी .
दिलकी कोशिशें - रंग लाने लगी
जिन्दगी दूर थी पास आने लगी
फिर से किसी के लिए -दोस्त
आज जीने की चाह सताने लगी .
क्या बात है भाई
ReplyDeleteबधाई जबरदस्त प्रस्तुति पर ।।