बहूत सस्ता रहा सौदा प्यार का यार
ख़त के पैसे बचे- जवाब आया ही नहीं.
आज ये सोच के भी दिल डरता है .
कैसे गुजरे थे वो दिन - तुम्हारे बिन .
कौन किसका साथ देता है - ऐ दिल
तू भी अपना ना रहा - पराया हो गया .
पहचाने से नक्स ये चेहरा - जाने क्यों याद नहीं आता
मैं यूँही लिखता रहा पर - पढने वाला ना मिला
जब तुम्ही ने ना पढ़ा -फिर किसी से क्या गिला .
चलते चलते - यहाँ तक तो आ गए .
जहाँ लिखा है - आगे ये रास्ता बंद है .
मेरी कोशिशें नाकाम नहीं - रंग लायेंगी जरुर .
वो देख - सूरज बादलों से बाहर निकला तो है .
मैं गलत था तो - जरा पहले बताया होता
ठीक रहता - इस रस्ते पे ना आया होता .
ख़राब चीज है ये - इश्क महुब्बत यारो
वो मेरी ख़ाक होगी जो किसी की ना हुई .
तेरे मेरे सोचने से क्या होगा -
जिन्हें सोचना है वे सब मौन हैं
सवाली नज़र - पूंछती है उनकी
हाशिये पे खड़े हम तुम कौन हैं .
बहती रही उनकी - पाप की नदी यूँही
हम तो बस उसमे - जबरन उछाले गए .
गटर सब बंद थे - गलियों के यार
कलुष सब यमुना में बेतरह डाले गए .
नहीं लगता है तू शैतान जैसा
ख़त के पैसे बचे- जवाब आया ही नहीं.
आज ये सोच के भी दिल डरता है .
कैसे गुजरे थे वो दिन - तुम्हारे बिन .
कौन किसका साथ देता है - ऐ दिल
तू भी अपना ना रहा - पराया हो गया .
पहचाने से नक्स ये चेहरा - जाने क्यों याद नहीं आता
मैं यूँही लिखता रहा पर - पढने वाला ना मिला
जब तुम्ही ने ना पढ़ा -फिर किसी से क्या गिला .
चलते चलते - यहाँ तक तो आ गए .
जहाँ लिखा है - आगे ये रास्ता बंद है .
मेरी कोशिशें नाकाम नहीं - रंग लायेंगी जरुर .
वो देख - सूरज बादलों से बाहर निकला तो है .
मैं गलत था तो - जरा पहले बताया होता
ठीक रहता - इस रस्ते पे ना आया होता .
ख़राब चीज है ये - इश्क महुब्बत यारो
वो मेरी ख़ाक होगी जो किसी की ना हुई .
तेरे मेरे सोचने से क्या होगा -
जिन्हें सोचना है वे सब मौन हैं
सवाली नज़र - पूंछती है उनकी
हाशिये पे खड़े हम तुम कौन हैं .
बहती रही उनकी - पाप की नदी यूँही
हम तो बस उसमे - जबरन उछाले गए .
गटर सब बंद थे - गलियों के यार
कलुष सब यमुना में बेतरह डाले गए .
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