चलो चले - रामलीला मैदान.
स्टेज पर चढ़ कर - जरा
ढूंढे तो सही - लौटे हुए लोगों के
क़दमों के निशान.
दिवाली आने को - दशेहरा गए
दिन बीते - जो हुआ उसे भूल जाएँ
अगले साल - फिर से होगी रामलीला -
जिसे देखने फिर से आयें .
क्या पता कोई - सरफिरा
अन्ना या बाबा - फिर ऐंठ जाए
मम्मी और भैया से परमिशन ले
और रामलीला मैदान में
अनशन पर बैठ जाए .
स्टेज पर चढ़ कर - जरा
ढूंढे तो सही - लौटे हुए लोगों के
क़दमों के निशान.
दिवाली आने को - दशेहरा गए
दिन बीते - जो हुआ उसे भूल जाएँ
अगले साल - फिर से होगी रामलीला -
जिसे देखने फिर से आयें .
क्या पता कोई - सरफिरा
अन्ना या बाबा - फिर ऐंठ जाए
मम्मी और भैया से परमिशन ले
और रामलीला मैदान में
अनशन पर बैठ जाए .
क्या पता कोई - सरफिरा
ReplyDeleteअन्ना या बाबा - फिर ऐंठ जाए
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ||
बहुत बहुत बधाई ||