चलो फिर से शुरू करें -
मंजिलों के पते - खोज लायें .
साथ सूरज भी देगा जरुर -
आओ बूढ़े चाँद को -
सौर की भट्टी में- पहले तपायें
और कुंदन सा दमकाएं .
बुझे तारों से ना रोशन होगा -
ये धुंधलाता जहाँ - आ
माटी के दीपक को - अब
अन्धकार से लड़ाएं .
मंजिलों के पते - खोज लायें .
साथ सूरज भी देगा जरुर -
आओ बूढ़े चाँद को -
सौर की भट्टी में- पहले तपायें
और कुंदन सा दमकाएं .
बुझे तारों से ना रोशन होगा -
ये धुंधलाता जहाँ - आ
माटी के दीपक को - अब
अन्धकार से लड़ाएं .
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