एक चिंगारी को -
छोटा ना समझ
इसमे होता है -
परमाणु का विधान .
वो जिसने सीख कर
पहचान लिया -
वही करेगा अब
इस क्रांति का संधान .
एक चिंगारी लगी -
भस्मभूति - हुआ
ये पापाचारी विधान .
दावानल - ये जंगल
की आग - झुलस के
मर गये - कई शैतान .
सड़क पे बिखरी
जवाँ शक्ति उठा
समेट ले - इन्हें
दे दे पहचान .
ये बवंडर -
ये आंधियां तूफ़ान -
पवन चक्की से
उर्जा शक्ति -
बन जाए फिर
पूरा हिंदुस्तान .
छोटा ना समझ
इसमे होता है -
परमाणु का विधान .
वो जिसने सीख कर
पहचान लिया -
वही करेगा अब
इस क्रांति का संधान .
एक चिंगारी लगी -
भस्मभूति - हुआ
ये पापाचारी विधान .
दावानल - ये जंगल
की आग - झुलस के
मर गये - कई शैतान .
सड़क पे बिखरी
जवाँ शक्ति उठा
समेट ले - इन्हें
दे दे पहचान .
ये बवंडर -
ये आंधियां तूफ़ान -
पवन चक्की से
उर्जा शक्ति -
बन जाए फिर
पूरा हिंदुस्तान .
सुंदर रचना !
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